दिन में जन्नत, रात में डरावना खेल, जानें चांदनी गांव का अनसुलझा रहस्य!

उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर शहर से महज 15 किलोमीटर दूर बसा चांदनी गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए तो मशहूर है ही, लेकिन इसके साथ जुड़ा एक ऐसा डरावना रहस्य है, जो सुनने वालों के रोंगटे खड़े कर देता है. दिन में यह गांव सैलानियों के लिए स्वर्ग सा लगता है, लेकिन जैसे ही सूरज डूबता है, यहां की फिजाओं में एक अजीब सा सन्नाटा और दहशत छा जाती है. क्या है इस गांव का वो राज, जो इसे बनाता है राजस्थान का सबसे रहस्यमयी ठिकाना? आइए, जानते हैं इस गांव की डरावनी कहानी!

चांदनी गांव की खूबसूरती किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती है. हरे-भरे पहाड़, बहती नदी, और ठंडी हवाओं का झोंका मानो प्रकृति का सबसे खूबसूरत तोहफा हो. मानसून में तो यह गांव किसी जन्नत से कम नहीं है. सैलानी दूर-दूर से इसकी हरियाली और शांति का लुत्फ उठाने आते हैं. लेकिन जैसे ही सूरज की आखिरी किरणें गायब होती है गांव की गलियों में एक अजीब सी ठंडक और सन्नाटा पसर जाता है. स्थानीय लोग कहते हैं कि रात में यहां आत्माएं घूमती है.

नदी किनारे दिखती है अजीब-अजीब आकृतियां

ग्रामीणों का दावा है कि सूर्यास्त के बाद चांदनी गांव की गलियों और नदी किनारे अजीब-अजीब आकृतियां दिखाई देती है. कुछ लोगों ने तो इंसानी शक्ल वाले सायों को देखने की बात कही है, जो पास जाने पर हवा में गायब हो जाते हैं. गांव के सुरेश मीणा बताते हैं कि एक बार रात में नदी किनारे एक औरत की परछाई देखी. वो मुझे पुकार रही थी, लेकिन जैसे ही मैं पास गया, वो गायब हो गई. मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए. कई लोगों ने रात में चीखने और रोने की आवाजें सुनने की बात भी कही है, जो सुनने में किसी डरावनी फिल्म से कम नहीं है.

चांदनी गांव के लोग इस डर से इतने सहमे हुए हैं कि शाम 6 बजे के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता. अगर कोई बाहरी व्यक्ति गांव में आता है, तो उसे सख्त हिदायत दी जाती है कि सूरज ढलने से पहले गांव छोड़ दे. गांव के बुजुर्ग रामलाल बताते हैं कि यह डर पीढ़ियों से चला आ रहा है. हमारे दादा-परदादा भी यही कहते थे कि रात में गांव की गलियों में अकेले मत घूमना. इस डर की वजह से गांव में रात होते ही सन्नाटा छा जाता है और हर घर के दरवाजे बंद हो जाते हैं.

क्या वाकई चांदनी गांव में आत्माएं भटकती है?

क्या वाकई चांदनी गांव में आत्माएं भटकती हैं, या ये सिर्फ पीढ़ियों से चली आ रही कहानियां हैं? कुछ लोग मानते हैं कि ये सब अंधविश्वास है, लेकिन जब पूरा गांव एक ही बात कहता है, तो कहीं न कहीं कोई सच्चाई तो छिपी हो सकती है. कुछ का कहना है कि गांव के पास की नदी में कई साल पहले कुछ दुखद घटनाएं हुई थी. जिनकी आत्माएं आज भी शांति की तलाश में भटक रही हैं. वहीं, कुछ इसे सैलानियों को आकर्षित करने की कहानी मानते हैं. लेकिन जो भी हो, इस रहस्य ने चांदनी गांव को एक अनोखा डरावना आकर्षण जरूर बना दिया है.

सैलानियों के लिए बन गया है रोमांच का ठिकाना

चांदनी गांव की यह रहस्यमयी कहानी इसे सैलानियों के लिए और भी आकर्षक बनाती है. जो लोग रोमांच और रहस्य के दीवाने हैं, उनके लिए यह गांव किसी खजाने से कम नहीं. दिन में इसकी प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठाइए और अगर हिम्मत हो तो सूरज ढलने के बाद इसके रहस्यमयी सायों का पीछा कीजिए. चांदनी गांव की यह कहानी सच हो या झूठ, लेकिन एक बात तो पक्की है कि यह गांव अपने रहस्य और खूबसूरती के मेल से हर किसी को हैरान करता है. तो अगली बार उदयपुर जाएं, तो चांदनी गांव जरूर घूमें. लेकिन सूरज ढलने से पहले वापस आ जाएं, वरना… कौन जाने, कोई भटकती आत्मा आपसे मुलाकात करने चली आए.

Source – News18