सांप और नेवले में क्यों होती है दुश्मनी? जानिए सदियों पुरानी इस लड़ाई की वजह
Last Updated:September 15, 2025, 08:12 IST
Snake-Mongoose Fight: सांप और नेवले में दुश्मनी कितनी है ये तो किसी से भी छुपा नहीं है, मौका मिलते ही दोनों एक दूसरे पर टूट पड़ते हैं, लेकिन क्या है इसकी वजह, आइए जानते हैं इस जानी दुश्मनी का राज. (रिपोर्ट: सावन पाटिल)

सांप और नेवले की दुश्मनी का जिक्र आपने कई लोककथाओं, कहानियों और किस्सों में जरूर सुना होगा. इन दोनों के बीच की अनबन इतनी मशहूर है कि जब भी नेवला किसी सांप से भिड़ता है, उसे देखकर लोग रुक जाते हैं. पर क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर दोनों के बीच इतनी गहरी दुश्मनी क्यों है और इस लड़ाई में किसका पलड़ा भारी रहता है? आइए, इस रोचक कहानी को विस्तार से समझते हैं.

दरअसल, सांप और नेवले की दुश्मनी कोई आज की नहीं है, बल्कि ये लाखों साल पुरानी है. जंतु विशेषज्ञ बताते हैं कि दोनों के बीच इस दुश्मनी की मुख्य वजह है उनका स्वभाव और उनकी आहार श्रृंखला में प्रतिस्पर्धा. नेवला एक छोटा लेकिन बेहद फुर्तीला और सतर्क शिकारी है. उसे सांप खाने में विशेष रुचि होती है, खासकर विषैले सांपों को.

दूसरी ओर, सांप जंगल में शीर्ष शिकारी है, जो चूहों, मेढकों, छिपकलियों और अन्य छोटे जीवों का शिकार करके अपना पेट भरता है. इसीलिए जब एक नेवला सांप पर हमला करता है, तो दोनों की एक-दूसरे से टक्कर तय होती है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि नेवले में एक खास प्रकार की इम्यूनिटी होती है, जो उसे सांप के ज़हर से बचाती है. वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, नेवले के शरीर में एसीटाइलकोलाइन रिसेप्टर्स होते हैं, जो सांप के ज़हर को प्रभावी रूप से निष्क्रिय कर देते हैं. इसीलिए, ज़हरीले सांप जैसे कि कोबरा के काटने के बावजूद भी नेवला अक्सर बच जाता है.यही वजह है कि नेवले को सांप से डर नहीं लगता, बल्कि वह उस पर सीधे हमला करता है.

भले ही सांप विषैला और ताकतवर होता है, लेकिन नेवला अपनी चपलता और चालाकी के लिए प्रसिद्ध है. नेवला बहुत तेज गति से सांप के प्रहार से बचते हुए उस पर पलटवार करता है. एक नेवला आमतौर पर सांप के सिर पर हमला करता है ताकि उसे जल्द से जल्द मार सके. हालांकि, सभी सांप हमेशा हारते नहीं हैं. खासकर बड़े अजगर जैसे विशालकाय सांप नेवले को अपनी कुंडली में लपेट कर मार सकते हैं. लेकिन विषैले सांपों के मुकाबले नेवला हमेशा एक कदम आगे रहता है.

सांप और नेवले के बीच इस संघर्ष में दोनों ही एक-दूसरे के लिए एक चुनौती होते हैं. सांप अपने ज़हर से मारना चाहता है, जबकि नेवला अपने तेज दांतों से सांप को मात देना चाहता है. ये लड़ाई देखने में बेहद रोमांचक होती है, क्योंकि एक ओर सांप की शांत चाल होती है, तो दूसरी ओर नेवले की बिजली जैसी तेज़ी. इसीलिए इस मुकाबले को प्रकृति का अद्भुत संतुलन माना जाता है.

अधिकतर मामलों में नेवला सांप पर भारी रहता है. इसका मुख्य कारण नेवले की फुर्ती, चालाकी, और ज़हर के प्रति इम्यूनिटी है. लेकिन इसका ये अर्थ नहीं है कि सांप हमेशा हारता है. अगर सांप आकार में बड़ा है, या किसी मौके पर नेवला चूक गया, तो स्थिति बदल भी सकती है.

अंत में कहा जा सकता है कि सांप और नेवले की दुश्मनी प्रकृति के उस चक्र का हिस्सा है, जिसमें दोनों प्राणी अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करते हैं. दोनों ही जीव अपनी-अपनी विशेषताओं के लिए जाने जाते हैं, पर ज़हर से मुकाबला करने की शक्ति ने नेवले को सांप के मुकाबले अधिक सक्षम बनाया है.
Source – News18