शादी में फ्लैटमेट्स की तरह खर्चे बांटना सही है? सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

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Last Updated:July 17, 2025, 19:02 IST

दिल्ली-एनसीआर के एक स्टार्टअप फाउंडर ने शादीशुदा ज़िंदगी और वित्तीय साझेदारी को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छेड़ दी है. Ayushmaan Kapoor, जो The Date Crew नामक रिलेशनशिप फोकस्ड वेंचर के फाउंडर हैं, ने LinkedIn…और पढ़ें

शादी में फ्लैटमेट्स की तरह खर्चे बांटना सही है? सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

कपल फ्लैटमेट्स की तरह बिल बांटते हैं. (प्रतीकात्मक फोटो: Canva)

शादी के कोई तय नियम नहीं होते. शादी में बने रहने के सिर्फ दो ही तरीके हैं, प्यार और आपसी सम्मान. इसके अलावा जहां बात पैसों की आती है, वहां पति-पत्नी अपने से कोई रास्ते निकालकर अपने खर्चों को मैनेज कर लेते हैं. मगर कई बार उनके तरीके दूसरों को अजीब लग सकते हैं. हाल ही में एक स्टार्टअप के फाउंडर ने अपने जानने वाले किसी कपल की बात की, जो बैचलर की तरह अपने खर्चे बांटकर जीवन जीते हैं. उन्होंने इस बारे में एक पोस्ट लिखा जिसमें लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है.

दिल्ली-एनसीआर के एक स्टार्टअप फाउंडर ने शादीशुदा ज़िंदगी और वित्तीय साझेदारी को लेकर सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छेड़ दी है. Ayushmaan Kapoor, जो The Date Crew नामक रिलेशनशिप फोकस्ड वेंचर के फाउंडर हैं, ने LinkedIn पर एक पोस्ट में एक ऐसे शादीशुदा जोड़े की आलोचना की है जो अपने हर एक खर्च को बराबर-बराबर बांटते हैं, चाहे वो किराया हो, राशन हो या बिजली का बिल.

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सोशल मीडिया पर फाउंडर ने पोस्ट लिखकर डिबेट शुरू कर दिया. (फोटो: Linkedin)
शख्स ने लिखा पोस्ट
आयुष्मान ने लिखा, “गुरुग्राम में रहने वाला एक जोड़ा. दोनों बड़ी कंपनियों में काम करते हैं. हर साल ₹30 लाख से ज्यादा कमाते हैं. फिर भी हर खर्च- जैसे किराया, ग्रॉसरी, पेट्रोल, स्विगी, बिजली आदि को Splitwise या Google Sheet पर दर्ज करते हैं. हर चीज़ का आधा-आधा हिस्सा चुकाते हैं जैसे फ्लैटमेट्स.” आयुष्मान इस व्यवहार से हैरान हैं. उनका मानना है कि शादी को इस तरह “फ्लैटमेट्स” जैसे रिश्ते में बदलना रिश्ते के असली अर्थ को खो देता है. आयुष्मान ने आगे लिखा कि शादी सिर्फ भावनात्मक जुड़ाव नहीं होती, बल्कि यह एक तरह की “संयुक्त कंपनी” है जिसे दोनों पति-पत्नी मिलकर बनाते हैं.

लोगों ने दी प्रतिक्रिया
“सोचिए अगर दो को-फाउंडर्स की प्राथमिकताएं, खर्च और लक्ष्य अलग हों, तो क्या वो कंपनी कभी सफल होगी?” उन्होंने सफल शादी के चार प्रमुख स्तंभ बताए. आयुष्मान का तर्क है कि जैसे-जैसे लोग शादी को एक साझी यात्रा के रूप में देखने लगते हैं, वैसे-वैसे उनकी पैसों की आदतों में बदलाव जरूरी है. यह पोस्ट वायरल हो गई और हजारों लोगों ने इस पर अपने विचार साझा किए. एक यूजर ने लिखा- “मुझे हैरानी होती है जब शादीशुदा लोग किराया बांटने, खर्चे बांटने और एक-दूसरे से उधार लेने की बातें करते हैं. कुछ हज़ार या लाख रुपये मायने नहीं रखते अगर दोनों अच्छी सैलरी कमा रहे हों.” वहीं एक यूजर ने कहा- “अगर ये व्यवस्था उस शादी में काम कर रही है तो दूसरों को क्या समस्या? हर चीज़ पर ‘ज्ञान’ बांटना अब थकाऊ हो गया है.”

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Ashutosh Asthana

आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल…और पढ़ें

आशुतोष अस्थाना न्यूज़18 हिन्दी वेबसाइट के ऑफबीट सेक्शन सीनियर सब-एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. यहां वो दुनिया की अजीबोगरीब खबरें, अनोखे फैक्ट्स और सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग न्यूज़ को कवर करते हैं. आशुतोष को डिजिटल… और पढ़ें

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Source – News18