Santa Banta Jokes: बंता ने संता से पूछा- गहरे गड्ढे में क्या कर रहा है?

कहते हैं हंसना सेहत के लिए बहुत जरूरी है. इससे इंसान की जिंदगी का ना केवल तनाव कम होता है, बल्कि वह उन बातों को भी नजरअंदाज या हलके में लेना शुरू कर देता है जिनकी वजह से वह तनाव में रहता था. चुटकुले उसे इसी मानसिकता में लाने में मदद करते हैं. यही वजह है कि हंसी मजाक करने वाले ज्यादा स्वस्थ्य बताए जाते हैं. संता बंता के हलके फुलके जोक्स भी लोगों को बहुत गुदगाते हैं. उनके लोकप्रियता का एक अलग ही मुकाम है. पंजाबियों ने इसे और चरम पर पहुंचाया है.

कहां है संता?
संता बहुत दिनों से बंता को दिख नहीं रहा था. तंग आकर वह उसके घर ही धमक गया. संतानी ने दरवाजा खोला तो बंता ने गुस्से में पूछा संता कहां है? घबराते हुए संतानी ने कहा, पता नहीं भाई साहब उन्हें क्या हो गया है. वे घर में गहरा गड्ढा खोद कर उसके अंदर बैठ गए हैं किसी से कुछ बोल सुन नहीं रहे हैं.  बंता ने गड्ढे में झांककर संता से पूछा, “ओए संत्या क्या कर रहा है.” संता बोला, “कुछ नहीं यार, बस, डीप थिंकिंग!

कितना अजीब ग्लास है ना?
एक बार संता और बंता एक रेस्टोरेंट में बैठे बैठे बोर हो रहे थे. संता बोर होते होते एक उलटे रखे ग्लास को गौर से देखने लगा. फिर अचानक उसने बंता से कहा, “यार बंता, ये ग्लास भी कितना भी अजीब है यार,”बंता वो कैसे?” संता, “देख तो यार इसका मुंह नहीं है.”  इस पर बंता ने ग्लास उठा कर ऊपर नीचे देखा और बोला, “हां यार इसका तो तला भी नहीं है.”

कौन बोल रहा है?
एक बार संता ने बंता को फोन लगाया और फूछा, “हलो, कौन बोल रहा है?”
उधर से बंता बोला, “मैं बोल रहा हूं.”
इस पर संता ने कहा, “कमाल है यार इधर से भी मैं ही बोल रहा हूं.”

कितने खंबे गाड़े हैं?
एक बार संता बंता के शहर में नगर निगम ने खंबे गाड़ने का टेंडर निकाला. कई पार्टी ने टेंडर भरा, जिनमें संता बंता की कंपनी भी थी. जब टेंडर खुलने पर सभी कंपनियों के रेट एक जैसे निकलने तो निगम ने फैसला किया है कि सभी पार्टी को 10 -10 खंबे गाड़ने को कहा जाएगा, जो पार्टी एक दिन सबसे ज्यादा खंबे गाड़ेगी टेंडर उसे ही मिलेगा. शाम को देखा गया कि किसी पार्टी ने 8 किसी ने 7 तो किसी ने 9 खंबे गाड़े थे. संता बंता की पार्टी की ने केवल दो खंबे गाड़े थे. जब उनसे पूछा गया कि आप से केवल दो ही खंबे क्यों गड़े? इस पर संता बंता ने कहा, “तुसी ये भी देखो उनके खंभे कितने बाहर निकले हैं. ”

एक बार एक स्कूल में मैंडम बच्चों को पृथ्वी के बारे में बता रही थीं. मैंडम कहती हैं, “बच्चों दुनिया गोल है.” जूनियर संता खड़ा होकर कहता है, “मैंडम आप कहती हैं तो मान लेते हैं, वरना पापा तो कहते हैं कि दुनिया बड़ी कमीनी है.”

Source – News18