वैज्ञानिकों के हाथ लगा 2600 साल का पुराना ‘रहस्यमयी’ खज़ाना, चौंधियाईं आंखें!
Last Updated:March 11, 2025, 13:00 IST
मिस्र में पुरातत्व वैज्ञानिकों के हाथ एक ऐसा खज़ाना लगा है, जिसने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया है. ये सोने से भरा हुई एक गड़ा हुआ बर्तन है, जिसमें बेशकीमती चीज़ें मौजूद हैं.

मंदिर में मिला प्राचीन खज़ाना. (Credit- Egyptian Ministry of Tourism and Antiquities)
दुनिया का इतिहास बहुत पुराना है. हम इसमें से कुछ सदियों के बारे में जानते हैं, लेकिन सब कुछ नहीं क्योंकि इतनी घटनाएं लिखी भी नहीं गई हैं. यही वजह है कि समय-समय पर कुछ न कुछ ऐसे रहस्य सामने आते रहते हैं, जो हमें हैरान कर देते हैं. एक ऐसा ही खोया हुआ खज़ाना मिस्र में वैज्ञानिकों के हाथ लगा है, जिसके पीछे एक खास रहस्य छिपा हुआ है.
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों की टीम ने मिस्र के कर्णाक मंदिर के परिसर में ये खज़ाना ढूंढा है. ये जगह थेबेस के प्राचीन शहर में है और जिस मंदिर के परिसर में ये मौजूद है, वो करीब 4000 साल पहले बनाया गया था. समय से साथ इसका विस्तार हो गया और इसमें कई बार बदलाव किए है. इस दौरान किसी की भी नज़र इस खज़ाने पर नहीं पड़ी थी.
मंदिर के परिसर में मिला खज़ाना
पुरातत्ववेत्ताओं के मुताबिक ये सोने से भरा हुई एक गड़ा हुआ बर्तन है, जिसमें बेशकीमती चीज़ें मौजूद हैं. जिन अहम चीज़ों की जानकारी दी गई है, उनमें सोने के चमकीले गहने और एक बहुत दुर्लभ प्रतिमा भी मौजूद है. ये किसी देवता के परिवार की प्रतिमा लग रही है. इतना ही नहीं सोने के कई मोती और नज़र से बचाने वाले नज़रबट्टू भी इसमें मौजूद हैं. मिस्र के पर्यटन मंत्री Abdelghaffar Wagdy ने बताया कि कर्णाक मंदिर के उत्तर-पश्चिमी हिस्से से ये मूर्तियां मिली हैं.
कहां से आया ये खज़ाना?
उन्होंने बताया कि मंदिर का ये हिस्सा शायद रिहायशी था. ये प्रतिमाएं इजिप्ट के प्राचीन देवता अमुन, खोंसु और मत की मानी जा रही हैं. आभूषण इतिहासकार जैक ऑग्डेन बताते हैं कि शायद ये आभूषण दफनाने के लिए ही बनाए गए थे और ये पहनने वाले नहीं हैं. हो सकता है कि इन्हें दफनाने के लिए ही बनाया गया हो लेकिन ये पता नहीं चल रहा है कि इन्हें बर्तन के अंदर क्यों रखा गया. इतिहासकार मानते हैं कि शायद खराब होने या टूट-फूट से बचाने के लिए ऐसा किया गया होगा.
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March 11, 2025, 13:00 IST
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Source – News18